MANDALA MURDERS PAR VANI KAPOOR KA BDA KHULASA
वाणी कपूर का बड़ा खुलासा: मैंने लगातार 16 घंटे काम किया, लेकिन थकने के बाद भी अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाती
उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैंने लगातार 16 घंटे काम किया, लेकिन थकने के बाद भी हम अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाते। नेटफ्लिक्स की आगामी क्राइम थ्रिलर 'मंडला मर्डर्स' में नज़र आने वाली वाणी कपूर ने कहा था कि उन्होंने कम घंटे काम किया और अपने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में भी बहुत ईमानदारी से बातें साझा कीं। ये बातें तब सामने आईं जब दीपिका पादुकोण की 8 घंटे की शिफ्ट की मांग को लेकर इंडस्ट्री में चर्चा ज़ोर पकड़ने लगी।
मंडला हत्याकांड सिर्फ़ एक मर्डर मिस्ट्री नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और पौराणिक सफ़र है।
वाणी कपूर इस फ़िल्म में एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभा रही हैं।
वाणी ने यह भी कहा है कि यह एक काल्पनिक दुनिया, अपराध की पौराणिक कथा, ड्रामा और एक्शन है, जो आपको अपने विश्वासों और फ़ैसलों पर सोचने पर मजबूर कर देगी।
इस फ़िल्म में न सिर्फ़ अपराध की पड़ताल की गई है, बल्कि अंदर चल रहे द्वंद्व, आस्था और भावनाओं को भी उजागर किया गया है
रिया, जो एक मज़बूत पुलिस अधिकारी हैं, भावनात्मक रूप से भी टूटती हैं।:
Har vardaan mein ek shraap chhupa hai, mol chukane ka waqt jald aane wala hai 🕸️
— Netflix India (@NetflixIndia) June 30, 2025
Watch Mandala Murders, out 25 July, only on Netflix.#MandalaMurdersOnNetflix pic.twitter.com/v3dSSmAfkr
उन्होंने कहा कि रिया न सिर्फ़ हमेशा मज़बूत रहती हैं, बल्कि कभी-कभी भावनात्मक रूप से भी टूटती हैं। उनकी अपनी निजी लड़ाइयाँ हैं, जिनसे वह दिन-रात जूझती हैं। वाणी ने रानी मुखर्जी को अपनी प्रेरणा भी बताया और कहा कि रानी का किरदार ज़्यादा वास्तविक है, न कि सिर्फ़ एक हीरो की तरह दिखाया गया है।
🕐 "मैंने कई बार लगातार 16 घंटे काम किया है, लेकिन इंसान को आराम की ज़रूरत होती है"
दीपिका पादुकोण के 8 घंटे की शिफ्ट वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वाणी ने कहा:
"मैंने कई दिनों तक लगातार 15-16 घंटे काम किया है, लेकिन एक समय ऐसा आता है जब आप थक जाते हैं और आपका दिमाग काम नहीं करता।"
वह कहती हैं कि यह कोई विलासिता नहीं, बल्कि नींद और मानसिक शांति जैसी बुनियादी ज़रूरतों का मामला है।
😴 "मैं 3-4 घंटे की नींद से कैसे तरोताज़ा दिख सकती हूँ?"
वाणी ने इंडस्ट्री की हकीकत बताते हुए कहा कि कभी-कभी उन्हें सिर्फ़ 3-4 घंटे ही सोने का समय मिलता है।
"लोग कहेंगे कि मैं कैमरे पर तरोताज़ा क्यों नहीं दिख रही हूँ, लेकिन उन्हें नहीं पता कि मैं पिछले 10 दिनों से ठीक से सोई नहीं हूँ।"
वह कहती हैं कि कलाकारों के लिए तरोताज़ा दिखना ज़रूरी है, लेकिन इसकी एक कीमत है - मानसिक और शारीरिक थकान।
📝 "अनुबंध में 12 घंटे की शिफ्ट होनी चाहिए":
वाणी चाहती हैं कि ऐसे मुद्दों को सुलझाने के लिए अनुबंध में काम के घंटे भी शामिल किए जाएँ।
"मैं हर प्रोजेक्ट में लिखती हूँ कि 12 घंटे से ज़्यादा काम नहीं होना चाहिए। लेकिन कोई सुनता ही नहीं।"
उनका मानना है कि अगर शूटिंग की योजना अच्छी तरह बनाई जाए, तो न तो किसी का समय बर्बाद होगा और न ही किसी का स्वास्थ्य।
🤝 "मैंने कभी सेट नहीं छोड़ा, मैं एक टीम प्लेयर हूँ"
वाणी कपूर ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी कोई शूटिंग अधूरी नहीं छोड़ी।
"मैं अपने काम का सम्मान करती हूँ। कभी सेट नहीं छोड़ा। लेकिन अगर मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देना है, तो मुझे खुद को रिचार्ज भी करना होगा।"
🎥 मंडला मर्डर्स: एक ब्लॉकबस्टर वेब सीरीज़:
25 जुलाई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो रही मंडला मर्डर्स, वाणी कपूर के करियर में एक बड़ी छलांग साबित हो सकती है। इससे पहले, उन्होंने रेड 2, चंडीगढ़ करे आशिकी और बेल बॉटम में अलग-अलग भूमिकाओं से खुद को साबित किया है
✨ निष्कर्ष:
वाणी कपूर के ये शब्द दर्शाते हैं कि कलाकार पर्दे के पीछे कितनी मेहनत और मानसिक दबाव में काम करते हैं। उनकी ईमानदारी और पेशेवर रवैया आज के दौर में एक मिसाल है। मंडला मर्डर्स न सिर्फ़ एक थ्रिलर है, बल्कि एक भावनात्मक सफ़र भी है - और वाणी का किरदार इसे ख़ास बनाता है।
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